छिट पुट रंग बिरंगे बादल,
हवा बहुत मतवाली है
तरुवर से तांबे के सूरज
फूल खिले हरियाली है
कूके कोयल, कलरव अद्भुत
झूले अंबवा डाली है
बाग - बाग मन उड़े भ्रमर
मन खिला नटी संग प्यारी है
दे ऐसा आशीष मुझे माँ आँखों का तारा बन जाऊं
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दे ऐसा आशीष मुझे माँ आँखों का तारा बन जाऊं अभिनन्दन आप का ,हिंदी बनाने का उपकरण ऊपर लगा हुआ है -आप की प्रतिक्रियाएं हमें ऊर्जा देती हैं -शुक्ल भ्रमर ५
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दे ऐसा आशीष मुझे माँ आँखों का तारा बन जाऊं
अभिनन्दन आप का ,हिंदी बनाने का उपकरण ऊपर लगा हुआ है -आप की प्रतिक्रियाएं हमें ऊर्जा देती हैं -शुक्ल भ्रमर ५