' रॉकेट' सी जिन्दगी-
अपनी -रफ़्तार
अपने भी काबू में नहीं
रिमोट -कंट्रोल्ड
अब तो सब !!
धुवाँ छोड़ते -गरजते
कभी गुमसुम
आसमान -कलेजा चीरते
पता नहीं कहाँ- कब तक
उड़े जा रहे
कब पौधे -जवाँ हो गए
कलियाँ खिलीं
बसंत -पतझड़ आया- गया
घडी की सुई जब तक
न ठहरी -रुकना कहाँ
मरम्मत -मुरम्मत
दरारें -झाड़-झंखाड़
जाला-जंजाल
घेरते जाते -चिकने चेहरे
पर बल -झुर्रियां
पाँव में बेड़ियों से
कसते -शिकंजे
दिन -प्रतिदिन बढ़ते जाते
लेकिन -'जोश' -'मन'
बूढ़ा नहीं होता
ये नूरानी आँखे
प्रेयसी -प्रियतम
कविता -एक सत्य
दिल के टुकड़े -कभी
लटक जाते -गले में
मासूमियत -मधुर अहसास
प्यार की भीनी ख़ुश्बू लिए ..
थोडा और ठहर जाओ न !!!!
कब तक यूं ही दूर ...-जुदाई
सही नहीं जाती
कलेजा तार -तार हो जाता
आँखों से उनके झरते
आंसू बरसने लगते
दूर जाता सावन -
करवा चौथ का व्रत ..
होली -दिवाली -तीज
त्यौहार ..
बेटे ने चूमते- आँखों में आँखें
डाल पूछा -
पप्पा आप का पी.टी.एम्
कब होगा ???
एक दिन तो छुट्टी ..
सबके माँ -बाप मिलेंगे !!
आँखों से झरना मेरे-
फूट पड़ा
चेहरा छिपाए मै मुड़ा
घडी देखा
सुई टिक -टिक बढ़ रही थी
अभी चल रही जब तक
चलना -दूर जाना
बहुत <<<<< दूर
"रॉकेट" सा
पीछे छोड़ते "कुछ"
मै चल पड़ा !!!!
सुरेन्द्रशुक्लाभ्रमर५
३.३.२०११
जल पी. बी.
priya aanand pandey ji sanskrit me likhna mere liye sambhav nahi hoga , maine aap ki site pr visit kiya kuchh library ..kuchh blogs pr koi hindi nahi jisme mai participate karun ..
ReplyDeleteis blog pr visit ke liye dhanyvad
hinki ki koi site ho to please batayen
shuklabhramar5
आदरणीय सुशील बाकलीवाल जी ..धन्यवाद आप हमारे ब्लॉग पर विसिट किये हमने तो आप की नजरिया.ब्लागस्पाट पर विसिट किया उसे फोल्लो करने का लिंक डाल भी दिया ..आप के सुझाव के लिए बहुत सारा धन्यवाद ..पाठकों और फालोवर्स के लिए तो एक चातक तरसता ही है ..हम भी आप सब से उम्मीद का दामन थामे बढ़ पड़े हैं ..साभार
ReplyDeleteशुक्लाभ्रमर५
आपके ब्लॉग पर आकर अच्छा लगा. हिंदी लेखन को बढ़ावा देने के लिए तथा प्रत्येक भारतीय लेखको को एक मंच पर लाने के लिए " भारतीय ब्लॉग लेखक मंच" का गठन किया गया है. आपसे अनुरोध है कि इस मंच का followers बन हमारा उत्साहवर्धन करें , हम आपका इंतजार करेंगे.
ReplyDeleteहरीश सिंह.... संस्थापक/संयोजक "भारतीय ब्लॉग लेखक मंच"
हमारा लिंक----- www.upkhabar.in/
प्रिय हरीश जी सर्व प्रथम तो आप हमारे ब्लॉग पर पधारे इसके लिए हार्दिक अभिनन्दन --हर्ष हुआ हम अवश्य आप के मंच पर आने की चेष्टा करेंगे -कृपया अपना स्नेह बनाये रखें -इस ब्लॉग पर भी हम चाहेंगे कि आप लोग समर्थन करें -साभार
ReplyDeleteशुक्लाभ्रमर५
भ्रमर का दर्द और दर्पण, भ्रमर,रस-रंग , नारी, पतंग , पगली, कोयला, घाव बना नासूर ....
प्रिय संगीता पुरी जी हार्दिक अभिनन्दन --आप सब का समर्थन मिलता रहा तो सामाजिक दर्द -हंसी ख़ुशी में भाग हम नियमित लेते रहेंगे -हमारे ब्लॉग पर आप आई ख़ुशी हुयी -कृपया आयें और नए लोगों का इस क्षेत्र में मनोबल बढ़ाएं -
ReplyDeleteशुक्लाभ्रमर५
हमारे अन्य ब्लॉग व् थ्रेड्स -भ्रमर का दर्द,भ्रमर,रस-रंग, नारी, पगली,पतंग, कोयला, घाव बना नासूर