BHRAMAR KA DARD AUR DARPAN-SAMAJ KA DARPAN HAI EK JHAROKHA HAI
जी, अनीता जी बहुत खुशी हुई आप ने विरहिन के मनोभाव को चर्चा मंच पर स्थान दिया , आभार, राधे राधे।
दे ऐसा आशीष मुझे माँ आँखों का तारा बन जाऊं अभिनन्दन आप का ,हिंदी बनाने का उपकरण ऊपर लगा हुआ है -आप की प्रतिक्रियाएं हमें ऊर्जा देती हैं -शुक्ल भ्रमर ५
जी, अनीता जी बहुत खुशी हुई आप ने विरहिन के मनोभाव को चर्चा मंच पर स्थान दिया , आभार, राधे राधे।
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