BHRAMAR KA DARD AUR DARPAN-SAMAJ KA DARPAN HAI EK JHAROKHA HAI
आप का भी बहुत बहुत धन्यवाद मनप्रीत जी बहुत अच्छा लगता है आप की रचनाये पढ़ -लेकिन यहाँ आप कुछ अपने विचार कुछ प्रतिक्रिया भी लिख कर जाया करो न सुरेन्द्र कुमार शुक्ल भ्रमर ५
दे ऐसा आशीष मुझे माँ आँखों का तारा बन जाऊं अभिनन्दन आप का ,हिंदी बनाने का उपकरण ऊपर लगा हुआ है -आप की प्रतिक्रियाएं हमें ऊर्जा देती हैं -शुक्ल भ्रमर ५
आप का भी बहुत बहुत धन्यवाद मनप्रीत जी बहुत अच्छा लगता है आप की रचनाये पढ़ -लेकिन यहाँ आप कुछ अपने विचार कुछ प्रतिक्रिया भी लिख कर जाया करो न
ReplyDeleteसुरेन्द्र कुमार शुक्ल भ्रमर ५