हमारे प्रिय जांबाज कुश्ती के माहिर , पहलवानी से 50 के दशक में आये फिल्म जगत में छाये दारा सिंह जी 84 तक साथ निभा अब हमें छोड़ चले ..नम आँखों से हम उन्हें हार्दिक और भावभीनी श्रद्धांजलि देते हैं .....प्रभु उनकी आत्मा को शांति दे और उनके परिवार जन को इस कष्ट की बेला को झेल कर आगे बढ़ने की शक्ति दे ...
रामायण में उनके हनुमान जी के किरदार को कौन भूल सकता है ...
आज सुबह साढ़े सात बजे उन्होंने अंतिम साँसे ली और आज 12.7.12 को शाम चार बजे मुम्बई के विले पार्ले शवदाह केंद्र में हमारे 'रुस्तम- ऐ -हिंद ...पञ्च तत्व में विलीन हो गए ....उनका चरित्र बहुत ही सुलझा हुआ था वे सचमुच हनुमान सरीखे लोगों के दिल में छा जाते थे ...१९५९ में किंग कांग को हराने के पश्चात वे विश्व चैम्पियन शिप जीते और फिर तो गाँव गाँव कुश्ती का दौर चल पड़ा ...मेले में ,, नागपंचमी में ..फ्री स्टाईल .....
हनुमान जी के अभिनय से उनकी लोकप्रियता से भाजपा ने उन्हें राज्यसभा की सदस्यता भी दिलाई .....आज भी जय बजरंग बलि का नारा भरते उनका चेहरा सामने आ जाता है ..वे नयनों में बस गए ...
दे ऐसा आशीष मुझे माँ आँखों का तारा बन जाऊं
रामायण में उनके हनुमान जी के किरदार को कौन भूल सकता है ...
आज सुबह साढ़े सात बजे उन्होंने अंतिम साँसे ली और आज 12.7.12 को शाम चार बजे मुम्बई के विले पार्ले शवदाह केंद्र में हमारे 'रुस्तम- ऐ -हिंद ...पञ्च तत्व में विलीन हो गए ....उनका चरित्र बहुत ही सुलझा हुआ था वे सचमुच हनुमान सरीखे लोगों के दिल में छा जाते थे ...१९५९ में किंग कांग को हराने के पश्चात वे विश्व चैम्पियन शिप जीते और फिर तो गाँव गाँव कुश्ती का दौर चल पड़ा ...मेले में ,, नागपंचमी में ..फ्री स्टाईल .....
एक्स्ट्रा से एक्टर बनी मशहूर अदाकारा मुमताज के साथ उन्होंने १६ के लगभग फिल्मे कीं .......लम्बे अरसे से अभी तक वे बालीवुड में छाये रहे
एक बार पुनः उन्हें हार्दिक श्रद्धांजलि .....
सुरेन्द्र कुमार शुक्ल 'भ्रमर'५
दे ऐसा आशीष मुझे माँ आँखों का तारा बन जाऊं
विनम्र नमन ....
ReplyDeleteआदरणीया डॉ मोनिका जी बहुत बहुत आभार इस दर्द की घडी में साथ खड़े होने के लिए ...
ReplyDeleteभ्रमर ५
दारासिंह जी, का मै हमेशा प्रसंशक रहा,उनकी अपने जमाने की कई फिल्मे देखी है लेकिन रामायण में राम भक्त हनुमान बनकर अपने कों अमर कर लिया ,,,,ऐसे महानायक को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि,,,नमन ,,,,,,
ReplyDeleteRECENT POST...: राजनीति,तेरे रूप अनेक,...
विनम्र श्रद्धांजलि.....नमन
ReplyDeleteआदरणीय धीरेन्द्र जी आप प्रिय डरा सिंह जी के समर्थक रहे सुन ख़ुशी हुयी आइये हम अच्छाइयों का यों ही नमन करते रहें ..भ्रमर ५
ReplyDeleteप्रिय चैतन्य जी आप ने भी हमारे जांबाज शेरे रुस्तम ए हिंद को विनम्र श्रद्धान्जलि दी मन अभिभूत हुआ भ्रमर ५
ReplyDeleteमहानायक को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि!
ReplyDeleteसार्थक प्रस्तुति के लिए आपका आभार
आदरणीया कविता जी आभार आप का आइये यों ही अच्छाइयों को गले लगाए फिरते रहें ,,,प्रिय दारा सिंह जी जांबाज तो थे ही अपने जीवन में सरल और अच्छे इंसान भी थे ...
ReplyDeleteभ्रमर ५
विनम्र नमन है दारा सिंह जी की मृत्यु पे ...
ReplyDeleteप्रिय दिगंबर जी आभार आप का ..दारा सिंह जी जांबाज के साथ साथ एक नेक मन वाले इंसान भी थे ..
ReplyDeleteभ्रमर ५