tag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post9142600277492388740..comments2024-03-04T01:29:16.625-08:00Comments on BHRAMAR KA DARD AUR DARPAN: स्वाभिमान मर जाता है- जब हम बड़े होते हैं ?Surendra shukla" Bhramar"5http://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-8244467579214001402012-04-02T10:25:16.591-07:002012-04-02T10:25:16.591-07:00भावपूर्ण कविता । कहानी पढने व उत्साहवर्धक टिप्पणी ...भावपूर्ण कविता । कहानी पढने व उत्साहवर्धक टिप्पणी के लिये धन्यवादगिरिजा कुलश्रेष्ठhttps://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-56827600368176543122012-04-02T09:18:29.355-07:002012-04-02T09:18:29.355-07:00कचोटकर, भावुक करती रचना ....सशक्त और सच्ची !कचोटकर, भावुक करती रचना ....सशक्त और सच्ची !Sarashttps://www.blogger.com/profile/04867240453217171166noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-33352474096049074912012-04-01T09:11:50.622-07:002012-04-01T09:11:50.622-07:00आदरणीय वीरू भाई जी जय श्री राधे ये फासला क्यों कर ...आदरणीय वीरू भाई जी जय श्री राधे ये फासला क्यों कर नहीं पटता यही तो रोना है हमारी सरकार और बड़े लोग सो रहे हैं शायद <br />कल नुमाइश में मिला वह चीथड़े पहने हुए ,मैंने पूछा नाम तो बोला के हिन्दुस्तान है ...बहुत खूब कहा आपने यही झांकी है ...<br />आभार <br />भ्रमर५Surendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-25869177021428827462012-04-01T09:09:12.846-07:002012-04-01T09:09:12.846-07:00प्रिय लोकेन्द्र जी अभिवादन और स्वागत आप का यहाँ रच...प्रिय लोकेन्द्र जी अभिवादन और स्वागत आप का यहाँ रचना आप को भाव पूर्ण लगी सुन ख़ुशी हुयी अपना स्नेह बनाए रखें <br />भ्रमर 5Surendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-25078675258562284272012-04-01T03:28:13.718-07:002012-04-01T03:28:13.718-07:00हम सब का अनुभूत सत्य यह फासला है तो फिर है क्यों ?...हम सब का अनुभूत सत्य यह फासला है तो फिर है क्यों ?<br /><br />कल नुमाइश में मिला वह चीथड़े पहने हुए ,मैंने पूछा नाम तो बोला के हिन्दुस्तान है .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-73965821768189793552012-04-01T01:50:47.807-07:002012-04-01T01:50:47.807-07:00भावपूर्ण रचना...भावपूर्ण रचना...लोकेन्द्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/08323684688206959895noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-59113695112880398082012-03-31T08:55:43.206-07:002012-03-31T08:55:43.206-07:00एक्सप्रेशन जी आभार आप का रचना आप को अद्भुत लगी सुन...एक्सप्रेशन जी आभार आप का रचना आप को अद्भुत लगी सुन मन अभिभूत हुआ प्रोत्साहन बनाये रखें कृपया <br />भ्रमर ५Surendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-45090771255262112572012-03-31T08:54:32.937-07:002012-03-31T08:54:32.937-07:00प्रिय उदय वीर जी प्रोत्साहन हेतु आभार अपना स्नेह ब...प्रिय उदय वीर जी प्रोत्साहन हेतु आभार अपना स्नेह बनाये रखें <br />भ्रमर ५Surendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-63623414176160388132012-03-31T08:53:41.088-07:002012-03-31T08:53:41.088-07:00बहुत सुन्दर समीक्षा शास्त्री जी.. सिद्धेश्वर जी के...बहुत सुन्दर समीक्षा शास्त्री जी.. सिद्धेश्वर जी के साथ आप को भी बधाई ..और मूर्खता दिवस की बधाई भी मन करता है न्योछावर कर ही दूं अभी से .....<br /><br />भला बताओ<br />फूली हुई सरसों<br />और नहाती हुई स्त्रियों के सानिध्य में<br />कोई भी नदी<br />आखिर कैसे हो सकती है अपवित्र“<br />प्रिय मित्र राम नवमी की हार्दिक शुभ कामनाएं इस जहां की सारी खुशियाँ आप को मिलें आप सौभाग्यशाली हों गुल और गुलशन खिला रहे मन मिला रहे प्यार बना रहे दिन दूनी रात चौगुनी प्रगति होती रहे ...सब मंगलमय हो --भ्रमर५Surendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-41965991361313687752012-03-31T06:40:10.471-07:002012-03-31T06:40:10.471-07:00बहुत अच्छी प्रस्तुति!
इस प्रविष्टी की चर्चा कल रवि...बहुत अच्छी प्रस्तुति!<br />इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार के <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow">चर्चा मंच</a> पर भी होगी!<br />सूचनार्थ!<br />--<br />अन्तर्राष्ट्रीय मूर्खता दिवस की अग्रिम बधायी स्वीकार करें!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-83117907573989787442012-03-30T18:56:42.576-07:002012-03-30T18:56:42.576-07:00वाह !
बहुत खूब!वाह ! <br /> बहुत खूब!udaya veer singhhttps://www.blogger.com/profile/14896909744042330558noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-24636516469191603092012-03-30T04:25:24.784-07:002012-03-30T04:25:24.784-07:00अद्भुत...........
सार्थक सृजन.
सादर.अद्भुत...........<br /><br />सार्थक सृजन. <br /><br />सादर.ANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.com