tag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post5406439306371598613..comments2024-03-04T01:29:16.625-08:00Comments on BHRAMAR KA DARD AUR DARPAN: पुरुष “पिता” - पाले -भर नेहSurendra shukla" Bhramar"5http://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comBlogger20125tag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-56002544709199012332011-06-21T00:24:28.429-07:002011-06-21T00:24:28.429-07:00thanksthanksरविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-5226832506834630342011-06-20T22:33:10.364-07:002011-06-20T22:33:10.364-07:00सुरेन्द्र सिंह झंझट जी सच कहा आप ने- पिता वट वृक्ष...सुरेन्द्र सिंह झंझट जी सच कहा आप ने- पिता वट वृक्ष के समान सदा ही छाया देता है उसका जब तक साथ हम निश्चिन्त दुनियादारी से बेखबर उड़ लेते हैं -<br />आभार आप काSurendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-38399289836820762022011-06-20T22:29:46.697-07:002011-06-20T22:29:46.697-07:00चैतन्य बाबू -
सच कहा आप ने पापा बहुत प्यारे होते ह...चैतन्य बाबू -<br />सच कहा आप ने पापा बहुत प्यारे होते हैं तो बेटे भी तो बहुत दुलारे होते हैं न -ये स्नेह हमेशा बना रहे -आइये आप हमारे इस ब्लॉग पर भी मुस्काइये समर्थन के साथSurendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-89650413318041136032011-06-20T21:47:43.387-07:002011-06-20T21:47:43.387-07:00पलाश जी ये देख हमें भी हर्ष हुआ था की शतक के साथ ह...पलाश जी ये देख हमें भी हर्ष हुआ था की शतक के साथ हमारी याद तो बनेगी -ढेर साड़ी शुभकामनाएं आप को -एक एक शून्य और इसी तरह जुड़ता रहे -२००-३००--<br />पिता के प्रति आभार और पिता-पुत्र के प्यार के रिश्ते को प्रगाढ़ करने में आप शामिल हुए धय्न्वाद <br />आइये अपना सुझाव और समर्थन भी दें <br />शुक्ल भ्रमर ५Surendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-23625406981062981132011-06-20T10:25:52.115-07:002011-06-20T10:25:52.115-07:00मर्मश्पर्सी रचना......
पिता का हाथ सर पर हो तो जि...मर्मश्पर्सी रचना......<br /><br />पिता का हाथ सर पर हो तो जिंदगी की सारी मुश्किलें आसान हो आती हैंसुरेन्द्र सिंह " झंझट "https://www.blogger.com/profile/04294556208251978105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-50231078343509466642011-06-20T10:07:31.601-07:002011-06-20T10:07:31.601-07:00बहुत सुंदर कविता लिखी आपने.....पापा बहुत प्यारे हो...बहुत सुंदर कविता लिखी आपने.....पापा बहुत प्यारे होते हैं.... Chaitanyaa Sharmahttps://www.blogger.com/profile/17454308722810077035noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-86396123952345470682011-06-20T08:56:33.073-07:002011-06-20T08:56:33.073-07:00पिता के प्रति आभार प्रकट करने के लिये इससे अच्छा म...पिता के प्रति आभार प्रकट करने के लिये इससे अच्छा माध्यम कुछ और हो ही नही सलता <br />सुरेन्द्र जी हमारे अनुसरण कर्ताओं की संख्या को शतकीय बनाने एंव हमारे ब्लाग के साथ जुडने का बहुत बहुत शुक्रिया ।palashhttps://www.blogger.com/profile/09020412180834601052noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-13127306920872441612011-06-20T05:18:49.890-07:002011-06-20T05:18:49.890-07:00सम्माननीय गगन शर्मा जी अभिवादन आप का - आभारी है आ...सम्माननीय गगन शर्मा जी अभिवादन आप का - आभारी है आप के प्रोत्साहन हेतु -आइये पिता पुत्र के इस रिश्ते के दीप को जलाये बढ़ते चलें <br />शुक्ल भ्रमर 5Surendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-7830978714048159862011-06-20T05:16:33.075-07:002011-06-20T05:16:33.075-07:00आदरणीय संगीता पूरी जी हार्दिक अभिवादन आप का - आभार...आदरणीय संगीता पूरी जी हार्दिक अभिवादन आप का - आभारी है आप के -इस रचना को स्थान देने के लिए पिता पुत्र का नाता सदा बना रहे <br />शुक्ल भ्रमर 5Surendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-47179373209007930682011-06-20T05:14:19.554-07:002011-06-20T05:14:19.554-07:00डॉ मोनिका शर्मा जी नमस्कार -पितृ दिवस पर आप को ढे...डॉ मोनिका शर्मा जी नमस्कार -पितृ दिवस पर आप को ढेर सारी शुभ कामनाये - प्रभु से यही कामना है की पिता पुत्र का प्यार सदा बना रहे -हमारी नारियां इस सीख को सिखाएं <br />शुक्ल भ्रमर 5Surendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-15131096990681835962011-06-20T05:12:30.180-07:002011-06-20T05:12:30.180-07:00गिरीश जी अभिवादन -पितृ दिवस पर आप को भी ढेर सारी ...गिरीश जी अभिवादन -पितृ दिवस पर आप को भी ढेर सारी शुभ कामनाये - प्रभु से यही कामना है की पिता पुत्र का प्यार सदा बना रहे <br />शुक्ल भ्रमर 5Surendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-61052840375221014702011-06-20T05:09:48.473-07:002011-06-20T05:09:48.473-07:00वीरू भाई अभिवादन -सुन्दर कथन आप के- प्रभु से यही क...वीरू भाई अभिवादन -सुन्दर कथन आप के- प्रभु से यही कामना है की सब को पिता का संबल प्रदान करे -ये निःस्वार्थ प्यार की बौछार उस के तन मन को सदा भिगोती रहे <br />शुक्ल भ्रमर 5Surendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-90724287033838953322011-06-20T05:06:13.336-07:002011-06-20T05:06:13.336-07:00आदरणीय रविकर जी ये तो आप का बड़प्पन है -लोगों को स...आदरणीय रविकर जी ये तो आप का बड़प्पन है -लोगों को सम्मान देना -हम समाज से जो लिए हैं इसी समाज में दे जाना है -आप की निम्न पंक्तियों से ही परिचय सुहावन हो गया था -कविता से प्रतिक्रिया देना नया अंदाज -शुभ कामनाएं<br /><br />वर्णों का आंटा गूँथ-गूँथ शब्दों की टिकिया गढ़ता हूँ| समय-अग्नि में दहकाकर मद्धिम-मद्धिम तलता हूँ|| चढ़ा चासनी भावों की ये शब्द डुबाता जाता हूँ | गरी-चिरोंजी अलंकार से फिर क्रम वार सजाता हूँ <br />||<br /> -शुक्ल भ्रमर ५Surendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-1373861258545705382011-06-20T00:53:58.100-07:002011-06-20T00:53:58.100-07:00Bahut hi sundar abhiwyakti.Bahut hi sundar abhiwyakti.गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-82909201424711735672011-06-19T21:23:56.481-07:002011-06-19T21:23:56.481-07:00बहुत सुंदर ..गहन अभिव्यक्ति.......बहुत सुंदर ..गहन अभिव्यक्ति....... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-76779714876796730222011-06-19T20:55:25.964-07:002011-06-19T20:55:25.964-07:00अदभुत पितृ दिवस पर हमारी भी बधाईयांअदभुत पितृ दिवस पर हमारी भी बधाईयांबाल भवन जबलपुर https://www.blogger.com/profile/04796771677227862796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-47239574780462656122011-06-19T19:29:44.673-07:002011-06-19T19:29:44.673-07:00फादर्स दे (पिता-दिवस )पर यह आपकी हम सभी के लिए अप्...फादर्स दे (पिता-दिवस )पर यह आपकी हम सभी के लिए अप्रतिम भेंट रही .पिता का साया निस्स्वार्थ होता है .जिस पर रहे वह भाग्य शाली .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-12337467046416410152011-06-19T18:48:20.389-07:002011-06-19T18:48:20.389-07:00kuchh problem hai mere blog par so yahan nivedan k...kuchh problem hai mere blog par so yahan nivedan kar raha hun--<br />सुरेन्द्र शुक्ल " भ्रमर " जी <br />आपके निवास स्थान से रुदौली, फैजाबाद <br />के पास ही आबाद है mawai चौराहा |<br />ब्राह्मण देवताओं की बंदना करने का <br />संस्कार है हमारा ||<br />पहली बार अपने नाम के आगे <br />लिखा देखा आदरणीय --<br />अगले स्तर पर ले जाने में होगा <br />सहायक, माननीय ||<br />---ravikarAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-5518578783263369592011-06-19T10:36:12.368-07:002011-06-19T10:36:12.368-07:00आदरणीय रविकर जी आज की स्थिति पर लिखी आप की सुन्दर ...आदरणीय रविकर जी आज की स्थिति पर लिखी आप की सुन्दर कविता <br />करिए कम उम्मीद रखेंगे इश्वर अच्छा <br />काश इश्वर भी उन बूढ़े माँ बाप को सम्हाले जिनके आगे पीछे आज कोई नहीं है <br />शुक्ल भ्रमर ५Surendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-25097042942956912612011-06-19T06:08:53.556-07:002011-06-19T06:08:53.556-07:00गोद बिठाते ही दिया आँख में अंगुली डाल
जग में ऐसी ...गोद बिठाते ही दिया आँख में अंगुली डाल<br /><br />जग में ऐसी लरिकई, करते खड़े सवाल<br /><br />करते खड़े सवाल, संभल कर रहना भाई<br /><br />यही आँख का नूर, आँख से नीर बहाई <br /><br />कह 'रविकर' कविराय, पोसिये दिल से बच्चा<br /><br />करिए कम उम्मीद, रखेंगे ईश्वर अच्छारविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.com