tag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post1536166758533656809..comments2024-03-04T01:29:16.625-08:00Comments on BHRAMAR KA DARD AUR DARPAN: कलम के धनी रविकर जी द्वारा भ्रमर का परिचय चर्चा मंच पर १४-१०.२०११Surendra shukla" Bhramar"5http://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-54409075071522339122011-10-17T11:36:03.007-07:002011-10-17T11:36:03.007-07:00Alka Gupta के द्वारा October 17, 2011
शुक्ला जी , ...Alka Gupta के द्वारा October 17, 2011<br />शुक्ला जी , आपके इस आलेख द्वारा रविकर जी व आपकी विशिष्टताओं के<br />बारे में पता चला….मंच पर आपके विषय में शेयर करने के लिए रविकर जी<br />का धन्यवाद !<br /><br />surendra shukla bhramar5 के द्वारा October 17, 2011<br />आदरणीया अलका जी आभार आप का और धन्यवाद आइये हम सब मिल जुल ऐसे ही अपने उद्गार बांटते मिलते जुलते हँसते बतियाते कुछ करते रहें …और है ही क्या इस जहां में विष का बीज ही तो बोया है पनप रहा हर तरफ …<br />आभार आप का<br />भ्रमर ५<br />akraktale के द्वारा October 17, 2011<br />आदरणीय रविकर जी हार्दिक नमन,<br />बहुत बहुत शुक्रिया जो आपने आदरणीय भ्रमर जी की कई विशेषताओं के बारे में या ये कहूँ सहज स्वभाव के बारे में बिन्दुवार वर्णन किया. कई बातें जो शायद मै नहीं जानता था आज आपके कारण जान पाया. धन्यवाद.<br />हाँ मगर आपने इनके बारे में वो सब नहीं बताया जो मेरे मित्र मेरे बारे में एक दुसरे को बताते रहते हैं अवश्य ही इनमे वो बात नहीं जो मुझमे है.वरना अवश्य ही मेरा भी कोई आपसा चाहने वाला होता.<br />जय श्री राधे.<br /><br />surendra shukla bhramar5 के द्वारा October 17, 2011<br />प्रिय अशोक जी आप हम सब आप के चाहने वालों में से एक हैं ..आप की बातें रविकर जी तक पहुँच जायेंगी और कुछ अनकही छिपी बातें आप की हों जो आप के मित्र गाथा गाते हैं तो बांटिएगा हम सब में ..धीरे धीरे प्रकाशित होंगी …रोशन करें जहां आप के गुण ..प्रेम ..<br />भ्रमर ५<br />Rajkamal Sharma के द्वारा October 17, 2011<br />आदरणीय भ्रमर जी ….सादर प्रणाम !<br />शुकर है कि आदरणीय रविकर जी में मेरे कुछ गुण नहीं है वर्ना न तो उनको यह जिम्मेवारी मिलती और न ही आप इस तरह खुशी -२ यह सब बता पाते ……<br />*************************************************************************************************<br />किसी के भी बारे में अनुमानित जानकारी + सटीक बाते दूसरों को बताना अपने आप में एक बड़ा ही दुष्कर कार्य है …..<br />इस महान कार्य के लिए मैं उनको सलाम करता हूँ …..<br />आपके बारे में इसी बहाने कई अनजानी बाते भी पता चल गई …..<br />वर्ना मैं तो खुद कि ही तरह आपको आधुनिक नारियो का फैन समझता था , लेकिन आज पता चला कि इस मामले में आप मुझको अकेला छोड़ गए है …..<br />जय श्री राधे कृष्ण<br />http://rajkamal.jagranjunction.com/2011/10/17/“खुदा-का-खत”/<br /> <br /> <br /> <br /> <br /> <br /> <br /> <br /> <br /> <br /><br />surendra shukla bhramar5 के द्वारा October 17, 2011<br />अशोक रक्तले जी ने सच ही कहा की कोई भी मौका हो आप चूकते नहीं हंसाने में ..सच में इस मायने में तो आप का कोई सानी नहीं ..गुरु जी आप से क्या छिपाना और क्या बताना आप तो ख़त का मजमून भांप लेते हैं लिफाफा देखकर वालों में से हैं …जो भी चाहें बना दें गढ़ दें ..आप का हथोडा विश्वकर्मा सा …ह हां ..<br />ये बात भी सच कहा आपने किसी के बारे में सटीक जानकारी ले उसे वर्णित कर देना सहज नहीं ..रविकर जी को आप का धन्यवाद भेज रहा हूँ ..<br />जय श्री राधे<br />आभार भ्रमरSurendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-90695500109426455272011-10-17T11:35:03.293-07:002011-10-17T11:35:03.293-07:00abodhbaalak के द्वारा October 17, 2011
ज्ञानवर्धक ...abodhbaalak के द्वारा October 17, 2011<br />ज्ञानवर्धक लेख, आपने काफी साड़ी जानकारी दी दिनकर जी पर<br />धनयवाद इसकेलिए<br />http://abodhbaalak.jagranjunction.com<br /><br />surendra shukla bhramar5 के द्वारा October 17, 2011<br />प्रिय अबोध जी आभार आप का प्रोत्साहन हेतु लेकिन ये दिनकर जी नहीं “रविकर” जी हैं जो चिटठा जगत में अपनी सुन्दर रचनाओं के द्वारा प्यारे हो गए हैं …आज कल चर्चा मंच को भी सम्हाल रहे हैं …इसी क्रम में इन्होने लेखकों और कवियों का परिचय कराया है ..<br />भ्रमर ५<br />jlsingh के द्वारा October 17, 2011<br />‘एक सरल सीधा भावुक इन्सान’!<br />मैं समझता हूँ, ‘सीप में मोती के सामान’!<br />और जितनी भी व्याख्या करूँ हो सकता है मैं शब्द जाल में उलझा दूं. यह मेरे वश का नहीं है. इतना कहा सकता हूँ, मैं धन्य हूँ कि ‘चिटठा जगत’ में ऐसी महान विभूति हैं और हमलोग उनके सानिध्य में हैं. सादर — जवाहर<br /><br />surendra shukla bhramar5 के द्वारा October 17, 2011<br />प्रिय जवाहर जी धन्यभाग हमारे जो आप से प्रिय +आदरणीय +महान विभूतियों के दर्शन हुए इस बड़े से मंच पर आकर, हम सब की कोशिश यही होनी चाहिए की साहित्य जगत को एक स्थान मिले ईमानदार और बुद्धिजीवी को भरपूर प्यार कम से कम हम सब से तो मिले नहीं तो वे किस तरह से पिसे जा रहे आप सब को अच्छे से मालूम है ..आइये सब मिल रोशन करें अपने परिवेश को अपने समाज को –कहते हैं न की गाने गाने से विवाह हो जाता है …<br />आप के उद्गार हम ने दिल में बसा लिया ..बहुत बहत आभार आप का …सीपी और मोतियों की माला के बीच हमें एक मोती समझिये बस ….<br />भ्रमर ५<br />Santosh Kumar के द्वारा October 17, 2011<br />आदरणीय भ्रमर जी ,.सादर प्रणाम<br />चर्चा मंच पर आपके और रविकर जी के परिचय से मन गदगद हो गया ,..तस्वीर होती तो ….खैर जय हो JJ की ..<br />हार्दिक आभार<br /><br />surendra shukla bhramar5 के द्वारा October 17, 2011<br />सच में सारा स्पेस ख़त्म संतोष जी अब तो लगता है नया ब्लॉग बनाना पड़ेगा रचना तो abhi post हो rahi है pr कोई छवियाँ नहीं ..जय हो जे जे की ही कहना पड़ेगा दूसरा ब्लॉग खोलने की सोचा लेकिन मेरे मेल में वो एक्तिवेसन के लिए नहीं जा रहा<br />धन्यवाद आप का प्रोत्साहन के लिए \<br />भ्रमर ५Surendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-71200923870068922042011-10-17T10:35:45.875-07:002011-10-17T10:35:45.875-07:00प्रिय रविकर जी पुनः आभार आप का .आइये सब मिल साहि...प्रिय रविकर जी पुनः आभार आप का .आइये सब मिल साहित्य और विद्वानों के सम्मान में कुछ करते रहें <br />भ्रमर ५SURENDRA KUMAR SHUKLA BHRAMAR5https://www.blogger.com/profile/11163697127232399998noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-73014098249012704902011-10-17T10:34:31.292-07:002011-10-17T10:34:31.292-07:00डॉ आशुतोष मिश्र जी आभार आप का सराहना हेतु आइये ...डॉ आशुतोष मिश्र जी आभार आप का सराहना हेतु आइये प्यारे शब्द और सुन्दर प्रतिक्रिया आप की ..आइये सब मिल साहित्य और विद्वानों के सम्मान में कुछ करते रहें <br />भ्रमर ५SURENDRA KUMAR SHUKLA BHRAMAR5https://www.blogger.com/profile/11163697127232399998noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-45096225522103429192011-10-17T10:32:18.542-07:002011-10-17T10:32:18.542-07:00कुश्वंश जी आभार आप का सराहना हेतु आइये सब मिल साहि...कुश्वंश जी आभार आप का सराहना हेतु आइये सब मिल साहित्य और विद्वानों के सम्मान में कुछ करते रहें <br />भ्रमर ५SURENDRA KUMAR SHUKLA BHRAMAR5https://www.blogger.com/profile/11163697127232399998noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-46134757986469506122011-10-17T08:46:38.198-07:002011-10-17T08:46:38.198-07:00आदरणीय वीरू भाई जी आप हार्दिक आभार और नमन आप के वि...आदरणीय वीरू भाई जी आप हार्दिक आभार और नमन आप के विचारों का और आप जैसे सभी विद्वानों का ..मै तो बस आप सब के पीछे पीछे चलकर इस देश के लिए कुछ करने का .समाज को कुछ प्यार और शांति देने का जज्बा और लक्ष्य लिए निकला हूँ जहाँ आप सब का साथ हर पल जरुरी है ..सुन्दर वक्तव्य आप का ..सम्मान है इसका ..<br />आभार <br />भ्रमर ५Surendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-24157824650279551022011-10-16T22:37:51.932-07:002011-10-16T22:37:51.932-07:00बहुत खूब !देश और समाज के प्रति समर्पित पोस्ट .भावप...बहुत खूब !देश और समाज के प्रति समर्पित पोस्ट .भावपूर्ण राष्ट्रप्रेम से संसिक्त .बधाई भ्रमर जी आपका ज़ज्बा सलामत रहे .वीरू भाई के आपको प्रणाम .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-12931095589260502052011-10-16T22:04:53.730-07:002011-10-16T22:04:53.730-07:00Abdul Rashid के द्वारा October 17, 2011
प्रिय भ्रम...Abdul Rashid के द्वारा October 17, 2011<br />प्रिय भ्रमर जी नमस्कार<br />सुन्दर विचार<br />दीपावली की हार्दिक सुभकामनाओ के साथ<br />सप्रेम<br />अब्दुल रशीद<br />http://www.aawaz-e-hind.in<br /><br />surendr shukla bhramar5 के द्वारा October 17, 2011<br />प्रिय रशीद जी हार्दिक शुभ कामनाएं आप को दीवाली सब के दिलों को रोशन करे हमारे अन्दर एक अद्भुत ज्योति जागे जिसकी आज हमें बहुत जरुरत है और हम सब संकीर्णता से निकल एक वृहद् जगत स्थापित कर शान्ति और शुकून भरी जिन्दगी जी लें<br />आभार<br />भ्रमर ५<br />nishamittal के द्वारा October 17, 2011<br />शुक्ल जी धन्यवाद रविकर जी का .आपके साथ मंच शेयर करते हुए आपकी बहुत सारी विशेश्तायों से हम भी अवगत हो चुके हैं.<br /><br />surendr shukla bhramar5 के द्वारा October 17, 2011<br />आदरणीया निशा जी आभार आप का सच कहा आप ने इसे हम उनका एक उत्तम कार्य मान सकते हैं आइये सब मिल एक सोच रखें विद्वानों का सम्मान हो और उन्हें आदर मिले हम केवल पैसों के पीछे ही किसी का सम्मान न करने जाएँ<br />भ्रमर ५<br />naturecure के द्वारा October 16, 2011<br />धन्यवाद रविकर जी का जिन्होंने आपके विषय में इतनी सारी जानकारी दी |<br /><br />surendr shukla bhramar5 के द्वारा October 17, 2011<br />प्रिय डॉ कैलाश जी आभार आप का ..सच ये भी एक सराहनीय कार्य ही है उन्होंने कवि लेखक मित्रों के बारे में जानकारी इकट्ठी करके चर्चा मंच पर परिचय कराया आज के व्यस्ततम जीवन में साहित्य के लिए समय निकालना और अच्छे कार्यों को बढ़ावा और सम्मान देना निःसंदेह एक उत्तम कार्य ही है -<br />आभार आप का<br />भ्रमर ५Surendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-36586772416285391902011-10-16T10:39:50.879-07:002011-10-16T10:39:50.879-07:00khoobsoorat hai aapkaa andaaz bramar jikhoobsoorat hai aapkaa andaaz bramar jiAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/18094849037409298228noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-6644638851760754382011-10-16T09:22:51.055-07:002011-10-16T09:22:51.055-07:00sacci bhavnayein..acchi soch..shaandar shabd ..jaa...sacci bhavnayein..acchi soch..shaandar shabd ..jaandar lekh...badhayee aaur amantran ke sathDr.Ashutosh Mishra "Ashu"https://www.blogger.com/profile/06488429624376922144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-741081038972826577.post-75857261944891104162011-10-16T09:19:14.900-07:002011-10-16T09:19:14.900-07:00बहुत सुन्दर ||बहुत सुन्दर ||रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.com