BHRAMAR KA DARD AUR DARPAN

Monday, July 4, 2011

मदभरी बदरिया यूं छलकी


अन्ना जी हाशिये पर चले गए वकील साहेब ने उन्हें धोखा दिया या जो भी हो बाबा ने फिर हुंकार भरी है होना सब संसद से है जब इतने आगे बढ़ चले तो अब जड़ काटने में समय तो बहुत ही लगेगा गहराई तक सब आओ हाथ मिला बढ़ते रहें -
आइये लीक से हट मौसम के मिजाज का भी कुछ लुत्फ़ उठाइए दिल का बोझ हल्का रखिये न !!
परदेशी घन चले वहां से
c0041013
(फोटो साभार गूगल /नेट से )
पुरवाई कुछ झूम चूम के
शीतल करने जले जिया को
दौड़ी उडती आगे आई
सेज सजा ले गोरिया अपनी





(फोटो साभार गूगल /नेट से )

कली फूल ला चुन चुन सारे


rain-falling-tulips_~u12560665












हर -सिंगार या खिले हुए कुछ
रात की रानी -रस-अंगूरी ….
सुन-सुन के रस भरी ये बतियाँ
गोरिया घूंघट में मुसकाई
हलचल उसकी बढ़ी बहुत थी
सुई तो जैसे ठहर गयी !!
———————————
गोरी के मुखड़े दे आभा
किरणों ने दमकाया
चंदा ने दी धवल चांदनी
images
(फोटो साभार गूगल /नेट से )
मेंहदी -हल्दी –ने रंग दिखाया
रंग -बिरंगे परिधानों से धरती ने– तो
तारों ने टिम-टिम चमकाया !!
———————————–
दीप जल गए बिजली चमकी
श्याम घर्नेरे बादल आये
छलकाए बूंदे सावन की
गोरी को बहु-बिधि ललचाये
उमड़ पड़ी फिर भीगी चुनरी
नदिया सागर में खोयी
तुलसी आँगन महक गयी
मदभरी बदरिया यूं छलकी !!
———————————
पापी पपीहा तृप्त हो गया
मन मयूर सब नाच उठे
AIA085







इंद्र -धनुष ज्यों रचा स्वयम्वर
images (1).jpg-indra










स्वाति-नैना -दो -चार हुए
एक बूँद फिर मोती बन के
canstock4423427
अल्हड मस्ती की राह चली
सीपी -सागर -की गहराई में
अन्तर -तक थी उतर पड़ी
भेद-अभेद विषय सब भूला
आत्म-ब्रह्म में लीन हुयी !!
—————————–
(सभी फोटो गूगल/नेट से साभार लिए गए -इसके स्वामी द्वारा किसी भी आपत्ति के समय सब निकाल दिए जायेंगे)
सुरेन्द्र कुमार शुक्ल भ्रमर
२९.०६.२०११ -जल पी बी

6 comments:

  1. तृप्त हुआ भाई पापी पपीहा ||

    बधाई ||

    ReplyDelete
  2. धन्यवाद रविकर जी -इस छलछलाती बारिश में भी तृप्त नहीं होता पपीहा तो फिर ...
    रचना को प्रोत्साहन के लिए आभार
    शुक्ल भ्रमर ५

    ReplyDelete
  3. सुषमा जी हार्दिक अभिवादन -ये मल्हार गाने का वक्त आ गया -तडपी हुयी धरती जुडाई -बारिश के झमाझम से -
    रचना पसंद आई सुन हर्ष हुआ
    धन्यवाद

    ReplyDelete
  4. फ़ोटो के साथ क्या जोरदार प्रस्तुति करते हो, लगे रहो ऐसे ही

    ReplyDelete
  5. हाँ संदीप जी आप का मन बहलाने की लिए फोटो भी लगाना होता है -आप इतनी फोटो लाते हो कुछ विषय पर हमें भी दिया करो न -धन्यवाद तो कहाँ रहा अगला पड़ाव ??
    भ्रमर ५

    ReplyDelete

दे ऐसा आशीष मुझे माँ आँखों का तारा बन जाऊं
अभिनन्दन आप का ,हिंदी बनाने का उपकरण ऊपर लगा हुआ है -आप की प्रतिक्रियाएं हमें ऊर्जा देती हैं -शुक्ल भ्रमर ५